कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, पार्टी के घोषणापत्र पर बहस की मांग
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने सार्वजनिक घोषणापत्र में कांग्रेस पार्टी की तरफ से किए गए वादों को दोहराते हुए, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी को पार्टी के घोषणापत्र पर बहस की चुनौती दी गई.
दरअसल पीएम मोदी ने बीती 30 अप्रैल को तीसरे चरण में किस्मत आजमा रहे एनडीए के सभी उम्मीदवारों पत्र लिखा था, जिसमें प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के घोषणापत्र के विभाजनकारी एजेंडे के बारे में लोगों को जागरुक करने को कहा था।
पीएम मोदी के पत्र का हवाला देते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में लिखा कि ‘पत्र के लिखी बातों से ऐसा लगता है कि आपमें एक तरह की चिंता और बेचैनी है। जिसके चलते आप ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो पीएम पद को शोभा नहीं देती। पत्र से साफ है कि आपके भाषणों में जो झूठ है, वह प्रभावकारी साबित नहीं हो रहा है और अब आप चाहते हैं कि आपके उम्मीदवार भी इस झूठ को फैलाएं। झूठ को हजार बार बोलने से वह सच नहीं हो जाता।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में कांग्रेस के घोषणापत्र की गारंटियों युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय का जिक्र किया। भाजपा पर हमला बोलते हुए खरगे ने लिखा कि हमने बीते 10 वर्षों में सिर्फ तुष्टिकरण की नीतियां देखी हैं, आपके और आपके मंत्रियों ने चीन का तुष्टिकरण किया। खरगे ने कहा चीन को घुसपैठियां मानने से इनकार करके सरकार ने चीन को क्लीन चिट दी है। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि एससी, एसटी और ओबीसी के संसाधनों को कांग्रेस अपने ‘वोटबैंक’ में बांट देगी। इस आरोप पर खरगे ने कहा कि वोटबैंक से मतलब सभी भारतीयों से है, जिसमें महिलाएं, युवा और नौकरीपेशा लोग, दलित और आदिवासी शामिल हैं। हर भारतीय हमारा वोटबैंक है। खरगे ने लिखा कि सभी जानते हैं कि भाजपा और आरएसएस आरक्षण का विरोध करते रहे हैं। यही संविधान में बदलाव करना चाहते हैं। इनके नेताओं ने खुलेआम ये बात कही है।
विज्ञापन
विरासत टैक्स को लेकर भाजपा को घेरा
विरासत टैक्स को लेकर खरगे ने लिखा कि ‘आपने पत्र में झूठ लिखा है कि कांग्रेस विरासत टैक्स लागू करना चाहती है, जबकि आपके पूर्व वित्त मंत्री और आपकी पार्टी के नेता ही बार-बार विरासत टैक्स लगाने की बात कह चुके हैं।’ खरगे ने लिखा पहले दो चरणों में कम मतदान प्रतिशत से साफ है कि लोग आपकी नीतियों से खुश नहीं हैं। खरगे ने पीएम मोदी और भाजपा नेताओं पर नफरती भाषण देने के आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि ‘पीएम मोदी को सरकार द्वारा किए गए कामों के आधार पर वोट मांगना चाहिए न कि नफरत फैलाकर। हमारा घोषणापत्र न्याय के बारे में है और यह बताता है कि किस तरह से समाज के सभी वर्गों की तरक्की होगी।’