उत्तर प्रदेशनई दिल्ली

झूठ फैलाने वाले सच नहीं सुन पा रहे- राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (3 जुलाई) को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने इस दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला. एक तिहाई सरकार वाले तंज पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि अभी केवल 10 साल हुए हैं, अभी 20 साल बाकी है.

संबोधन की 10 बड़ी बातें
पीएम मोदी ने कहा, ‘अगले पांच साल बुनियादी सुविधाओं की संतृप्ति सुनिश्चित करने और गरीबी के खिलाफ लड़ाई के लिए हैं. यह देश अगले पांच सालों में गरीबी के खिलाफ विजयी होगा, और मैं यह अनुभव के आधार पर कह रहा हूं. पिछले 10 सालों में जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ेगा.’
‘हमें इन चुनावों में इस देश के लोगों की बुद्धिमत्ता और बुद्धि पर गर्व है. उन्होंने दुष्प्रचार को हराया. उन्होंने प्रदर्शन को प्राथमिकता दी. उन्होंने धोखे की राजनीति को खारिज कर दिया और विश्वास की राजनीति पर जीत की मुहर लगाई. देश की जनता ने हमें तीसरी बार जो अवसर दिया है, वह ‘विकसित भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को साकार करने का है.’

मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का दिल से आभार व्यक्त करना चाहता हूं. नतीजे आने के बाद से मैं एक ऐसे सहयोगी का जिक्र कर रहा हूं – जिसे उनकी पार्टी का समर्थन नहीं था, लेकिन उन्होंने अकेले ही अपनी पार्टी का झंडा थामा था. उन्होंने जो कहा, उसके लिए मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं? उन्होंने बार-बार कहा कि 1/3 सरकार हमने 10 साल पूरे कर लिए हैं और अभी 20 साल बाकी हैं. तो, हमने उनकी भविष्यवाणी के लिए 1/3, 2/3 शेष पूरा कर लिया है.’
‘पिछले दो-ढाई दिनों में करीब 70 सांसदों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर इस चर्चा को समृद्ध बनाने के लिए मैं आप सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं.’

राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘कांग्रेस के कार्यकाल में 60,000 करोड़ रुपये की किसानों की कर्जमाफी की योजना थी, लेकिन जरूरतमंद छोटे किसानों के नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल ही नहीं थे.’
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस के कार्यकाल में 60,000 करोड़ रुपये की किसानों की कर्ज माफी की योजना थी लेकिन जरूरतमंद छोटे किसानों का नाम भी लाभार्थियों की सूची में शामिल नहीं किया गया.’

विपक्षी सांसदों ने प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान सदन में नारेबाजी की और आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बोलने की अनुमति नहीं दी गई.
पीएम मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में पेपर लीक को एक बड़ा मुद्दा बताया था. मुझे उम्मीद थी कि सभी दल दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बोलेंगे. लेकिन, दुर्भाग्य से उन्होंने इतने संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे को भी त्याग दिया, इससे जुड़ा मुद्दा युवाओं के भविष्य को राजनीति के लिए इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है? मैं देश के युवाओं को विश्वास दिलाता हूं कि जिन लोगों ने आपके साथ धोखा किया है, उनको यह सरकार छोड़ने वाली नहीं है मेरे देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिले.

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