बड़ी खबरः कपकोट उत्तर भारत हाइड्रो पावर के डैम के गेट खोलने से सरयू नदी में आया उफान,महिला की मौत
कपकोट। कपकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत एक महिला गंगा स्नान हेतु सरयू नदी में गईं थी, जहाँ अचानक सरयू नदी का बहाव तेज हो गया, जिससे वह उफ़नती नदी की चपेट में आ गईं। जिससे महिला सरयू नदी में बह गईं। लोगों के मुताबिक महिलाए रोजाना नदी के पास जाती है, जबकि नदी का बहाव पहले कम था, अचानक तिमीलाबगड़ के समीप से महिला नदी में बहकर चिराबगड़ के पास से बरामद हुई। लोगों ने नदी का बहाव बढ़ने के पीछे उत्तर भारत कंपनी के डैम के गेट खोलने से नदी के उफान में आने से महिला की मौत होने के आरोप लगाए है। कपकोट के तिमीलाबगड़ में सरयू नदी के उफान में आने से तिमीलाबगड़ गाँव की महिला अचानक सरयू नदी में बह गई। जिसके बाद महिला को नदी में बहता देख आसपास के लोगों ने चीखपुकार शुरू करदी। जिसके बाद महिला को रेसक्यू करने के लिए लोग नदी के पास दौड़े जहाँ महिला तेज उफानती धाराओं में बहकर चीराबगड़ के समीप रेस्कयु हुई।जहाँ मामले की सूचना फायर विभाग व पुलिस य,को दी गई। जिसके बाद घायल अवस्था में महिला को उपचार हेतु लाया गया जहाँ महिला को अस्पताल लाया गया जहाँ चिकित्स्क द्वारा महिला विमला देवी पत्नी आनंद सिंह मर्तोलिया 35 वर्ष को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं महिला की मौत के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पूर्व जिपंअध्यक्ष हरीश ऐठानी ने महिला की मौत के लिए उत्तर भारत हाइड्रो पावर लिमिटेड को इसके लिए दोषी मानते हुए कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने अचानक से जलस्तर बढ़ने की जानकारी नहीं देने,और डूगडूगी बजाते हुए लोगों को अलर्ट नहीं करने, लगातार जलस्तर कम होने के बाद भी अचानक नदी का जलस्तर बढ़ाने को लापरवाही बताया। ज़ब महिला नदी में गईं उस समय सरयू नदी का जल स्तर काफी कम था वहीं अचानक सरयू नदी का जल स्तर अचानक बड़ी वहीं महिला सरयू नदी में बह गए स्थानियो लोगों व भी मौके पर पहुंची यहां महिला को चीडाबगड पर महिला को निकाला गया महिला तिमलाबगड निवासी हैं वहीं पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजने की तैयारी चल रही है। वहीं महिला के शव को कपकोट अस्पताल में लाने पर परिजनों और स्थानीय नेताओं ने महिला की मौत के मामले सवालिया निशान उठाते हुए उत्तर भारत कंपनी के खिलाफ मुकदमा क़ायम करने की अपील की। वहीं थानाध्यक्ष कैलाश बिष्ट द्वारा परिजनों और अन्य लोगों को समझाया गया और मामले में लिखित रूप से शिकायत के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया। और जाँच में जो भी दोषी पाया गया कार्रवाई करने की बात कही। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं शव का पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में कपकोट नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष गोविन्द बिष्ट, भगवत सिंह, सहित ग्रामीणों ने मामले में नाराजगी जताते हुए कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।